ओ मेरी मां
मंगलवार, 24 अगस्त 2010
तुम्हारी हंसी यूं ही बरकरार रहे
1 टिप्पणी:
वीना श्रीवास्तव
15 सितंबर 2010 को 9:37 am बजे
मां होती ही प्यारी है...उनकी मुस्कुराहट यूं ही बरकरार रहे...
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